Gold Rate Today:वित्तीय वर्ष 2023 में सोने ने विशेषकर सोने में करीब 15% का उत्कृष्ट रिटर्न प्रदान किया है। इससे भविष्य में भी सोने के खिलाफ बढ़ते आकर्षण की उम्मीद है, कुछ विशेषज्ञों का कहना है। सोने के मूल्यों में वृद्धि के पीछे मुख्य कारणों में विशेषकर अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती और महंगाई में गिरावट शामिल है।
फेडरल रिजर्व की ब्याज दर में कटौती का संकेत
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने अपने आक्रमक ब्याज दर वृद्धि कार्यक्रम के समापन का संकेत दिया है, जिससे सोने को और भी बढ़त की उम्मीद है। इसके साथ ही, केंद्रीय बैंक द्वारा 2024 में तीन बार ब्याज दरों में कटौती करने की संभावना है, जो मार्च 2024 से प्रारंभ हो सकती है। इससे बाजार में तेज प्रतिक्रिया आने की संभावना है, जिससे डॉलर इंडेक्स में दबाव का सामना करना पड़ सकता है। इससे सोने को और भी बढ़त मिल सकती है।
सोने की कीमत में बढ़ोतरी का कारण
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के अनुसार, वैश्विक आर्थिक विकास की धीमी संभावना के कारण प्रमुख केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की जा रही है। यह परिदृश्य सोने को एक भरोसेमंद एसेट के रूप में उभारने का कारण बन सकता है, क्योंकि यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प प्रदान करता है।
सोने की आगामी कीमतें
सोने की कीमतों में गिरावट की भी संभावना है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि ₹59,500 और ₹58,700 प्रति 10 ग्राम पर सोने का मुख्य समर्थन स्तर है। कीमतों में गिरावट के स्थिति में खरीदारों को आकर्षित किया जा सकता है, और इससे कीमतें साल 2024 में ₹72,000 प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड उच्च स्तर तक पहुंच सकती हैं।
चांदी में आकर्षण
चांदी में भी मजबूत आकर्षण है, क्योंकि चांदी से जुड़े उद्योगों की मांग बढ़ रही है। साल 2023 में चांदी ने वैश्विक स्तर पर 20 से 26 डॉलर प्रति औंस के दायरे में ट्रेड किया है। चांदी में 2024 में और भी बढ़ोतरी की उम्मीद है, और अगर चांदी 26 डॉलर प्रति औंस के स्तर से ऊपर जाती है, तो इसमें और भी वृद्धि की संभावना है। चांदी का समर्थन स्तर ₹70,000 प्रति किलोग्राम है, जिससे नीचे सपोर्ट ₹66,500 प्रति किलोग्राम पर है।
सोने और चांदी के निवेशकों के लिए यह समाचार अच्छी खबर हो सकती है, क्योंकि इन मेटल्स की कीमतों में वृद्धि की उम्मीद है, और ये बचत और निवेश के लिए सुरक्षित विकल्प प्रदान कर सकते हैं