कोरबा। कोरबा के पुलिस अधीक्षक यू उदय किरण को निर्वाचन आयोग ने बुधवार की शाम को हटा दिया। उदय किरण पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगता रहा है।
चुनाव के तरीखों का ऐलान नौ अक्टूबर को किया गया और इसकी ठीक तीसरे दिन निर्वाचन आयोग ने राज्य के दो कलेक्टर, तीन पुलिस अधीक्षकों को हटाने की कार्रवाई कर दी। इनमें कोरबा के पुलिस अधीक्षक उदय किरण का भी नाम शामिल रहा। यहां बताना होगा कि कोरबा में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर रहते हुए उन पर महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर झूठे मामले दर्ज करने का गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र सौंपा था। कांग्रेस के नेता विकास सिंह, अमरजीत समेत कई कार्यकर्ताओं के खिलाफ पिछले कुछ माह में कई अपराधिक मामले दर्ज किए गए। जब कभी भी कांग्रेस के बड़े नेताओं का कोरबा प्रवास हुआ, बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं ने को लेकर कांग्रेस की बैठक में भी स्थानीय नेताओं ने बड़े नेताओं के सामने पुलिस प्रताड़ना की शिकायत की गई।
कई बार स्थानीय कार्यकर्ताओं का दर्द झलका, पर उस वक्त कोई कार्रवाई नहीं की गई, अब चुनाव आयोग ने बिलासपुर के कलेक्टर संजीव झा, रायगढ़ के कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा, दुर्ग के एसपी शलभ सिन्हा, राजनांदगांव के एसपी अभिषेक मीणा व कोरबा के एसपी उदय किरण को तत्काल प्रभाव से हटाने की कार्रवाई की है।हटाए गए अधिकारियों को कहा गया है कि वे कनिष्ठ अधिकारियों को कार्यभार सौंप दे। साथ ही आदेश में हटाने का कारण चुनाव कार्यों में दिलचस्पी नहीं लिया जाना दर्शाया गया है। इसके पहले संजीव झा और अभिषेक मीणा भी कोरबा में पदस्थ रह चुके हैं। उस दौरान राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने इन अधिकारियों की विवादित कार्यशैली पर भी सवाल उठाए थे।