कोरबा विधान सभा चुनाव 2023 : कोरबा जनपद के पाली-तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने कांग्रेस पार्टी के टिकट कट जाने के बाद एक महत्वपूर्ण बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ने मुझे टिकट नहीं दिया, इसका मलाल है, लेकिन मेरे लिए पद नहीं, बल्कि पार्टी सर्वोपरि है।
पाली-तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने मीडिया के साथ चर्चा के दौरान इस बयआयान किया, “कांग्रेस पार्टी में काफी मान सम्मान मिला है। पार्टी के कार्यकर्ता और क्षेत्र की जनता ने मुझे आशीर्वाद-स्नेह की बदौलत में विधायक बना। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डा चरण दास महंत एवं सांसद ज्योत्सना महंत ने मेरे द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए जो भी मांग की, उसे पूरा करते हुए जरूरत से ज्यादा दिया।”
केरकेट्टा ने इसके बाद अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान किए गए प्रयासों के बारे में भी बताया, “विधायक रहते हुए पांच साल में मैंने क्षेत्र की जनता और कार्यकर्ताओं से यथासंभव भेंट मुलाकात कर, उनकी सुविधा और समस्याओं का समाधान का प्रयास किया।”
उन्होंने अपने क्षेत्र के बड़े होने के कारण सभी व्यक्तियों को संतुष्ट नहीं किया हो सकता, लेकिन सभी को साथ लेकर चलने का प्रयास किया है और उन्होंने विश्वास दिलाया कि वे जो कुछ भी कर सकते हैं, वह उन्होंने किया है।
केरकेट्टा ने आगे कहा, “कुछ नाराजगी हो सकती है, लेकिन भविष्य में सतत संपर्क करके अपनी कमजोरियों को दूर करूंगा। पार्टी के प्रति पूरी निष्ठा रखते हुए, मैं अपने शीर्ष नेताओं के निर्देशानुसार पार्टी के लिए तन, मन, और धन से काम करता रहूंगा।”
बता दें कि इस बार कोरबा जनपद के पाली-तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा की टिकट कांग्रेस पार्टी ने नहीं जारी की है, जिसके खिलाफ पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने गंभीर आरोप लगाए थे। उनकी कार्यप्रणाली पर भी उंगली उठाई गई थी। इसके परिणामस्वरूप, पार्टी ने उनकी टिकट काटकर जनपद अध्यक्ष दुलेश्वरी सिदार को टिकट दिया है।